शबनम एक्का सरगुजा टेंलेंट सर्च प्रोग्राम की एक बड़ी खोज है। सरगुजा टेंलेंट सर्च प्रोग्राम सरगुजा जिला पुर्व कलेक्टर IAS आर प्रसन्ना के पहल व सहयोग से सरगुजा जिला के गांधी स्टेडियम मे स्थानीय कोच राजेश प्रताप सिंह और इन्टरनेशनल कोच के राजेश्वर राव के एक साथ चलया गया प्रोग्राम है। अंबिकापुर के गांधी स्टेडियम में आयोजित चयन ट्रायल में बेटरी टेस्ट के द्वारा चयनीत किया था। इस कार्यक्रम को APC दीपमाला सिंह के विशेष सहयोग से सरगुजा जिला के अन्तर्गत सभी कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय बालिकाओं को इस ट्रायल के लिए सहभागिता कराया। इस चयन ट्रायल के लिए सरगुजा जिले के रॉ टेलेंटेड खिलाड़ियों को सरगुजा जिला बास्केटबाॅल संघ के अध्यक्ष श्री आदित्येशवर शरण सिंह देव एवं सचिव राजेश प्रताप सिंह के द्वारा चयनीत होने के पश्चात प्राप्त सुविधाओं की जानकारी और उस से होने वाले फायदे बताकर ट्रायल में भाग लेने हेतु प्रोत्साहित किया जाता है। उनके सामुहिक प्रयासों के कारण ही सरगुजा के बहुत से बच्चों का चयन भारतीय खेल प्राधिकरण प्रशिक्षण केन्द्र राजनांदगांव में हुआ है। एवं सरगुजा के खिलाड़ियों ने अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में भाग लिया है। और विभिन्न राष्ट्रीय प्रतियोगिता में भाग लेकर पदक प्राप्त किये हैं।
चयन ट्रायल के पश्चात इस चयन ट्रायल में चयनीत अन्य खिलाड़ियों के साथ राजनांदगांव में बुलाकर उन सभी खिलाड़ियों का केम्प लगाया गया। उक्त केम्प में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली शबनम एक्का का चयन भारतीय खेल प्राधिकरण प्रशिक्षण केन्द्र राजनांदगांव की आवासीय योजना में किया गया।
शबनम एक्का मुलतः सरगुजा जिले के गांव पेटला सितापुर ब्लॉक की रहने वाली है और ईंटभट्टे में मजदुरी का कार्य करती है। आर्थिक समस्याओं के बावजूद इनकी मॉं ने इन्हें मोटीवेट किया एवं स्वयं अतिरिक्त मेहनत करके शबनम को किसी भी तरह की कमी नहीं होने दी। पिताजी हमेशा खेल के खिलाफ थे, वे चाहते थे कि शबनम भी काम में हाथ बटायें,। सरगुजा जिला का टेंलेंट सर्च प्रोग्राम वरदान साबित हुआ। जिससे सरगुजा जिला में खेल के मार्गदर्शक के रुप सरगुजा जिला टेंलेंट सर्च प्रोग्राम द्वारा खिलाड़ीयों का अवसर मिल रहा था। जिसमें खेल के लिए आवासीय ट्रेनिंग सेंटर के लिए चयन हो रहा है। जहाँ सरगुजा जिला के सभी ब्लाकों में कुस्तरबा गांधी आवासीय विद्यालय से बालिकाओं का गांधी स्टेडियम अम्बिकापूर में स्थानीय राष्ट्रीय कोच राजेश प्रताप सिंह द्वारा स्थानीय टेंलेंट सर्च प्रोग्राम में शबनम एक्का उसमें से एक खोज बनी। और शबनम की माता की जिद के साथ विशेष सपोर्ट पर ही शबनम को खेल के लिए राजनांदगांव भेजा और आज शबनम एक्का अपनी मेहनत के बल पर इस मुकाम को हासिल किया और अपनी मॉं तेरेसा एक्का का सपना पुरा करते हुए। सरगुजा जिला का टेंलेंट व स्थानीय टेंलेंट को साबित करते हुए शबनम ने पेरिस विश्व खेल में भाग लिया इसके अतिरिक्त उन्होंने जनवरी 2022 में इंदौर में आयोजित जुनियर राष्ट्रीय बास्केटबाॅल प्रतियोगिता में कांस्य पदक प्राप्त किया तथा कई अन्य राष्ट्रीय प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक प्राप्त किया है। शबनम एक्का को आगे का खेल प्रशिक्षण के साथ को उनके प्रशिक्षक कालवा राजेश्वर राव को दिल्ली पब्लिक स्कूल राजनांदगांव में एवं इस वर्ष आई टी एम यूनिवर्सिटी ग्वालियर में खेल कोटे में निशुल्क एडमिशन कराया है
शबनम एक्का आदिवासी खिलाड़ियों ने वनांचल निकलकर अपनी प्रतिभा का लोहा देश एवं विदेश में मनवाकर भारतीय खेल प्राधिकरण प्रशिक्षण केन्द्र राजनांदगांव, अपने गांव, जिले, छ0ग0 प्रदेश का नाम रोशन करते हुए अपना केरियर भी बनाया है। शबनम एक्का सर्वप्रथम पहुँचाने वाले राष्ट्रीय कोच राजेश प्रताप सिंह और सहयोग व प्रशिक्षण देकर पहूँचने में हर संभव मदद करने वाले प्रशिक्षक कालवा राजेश्वर राव एवं उनकी पत्नी कालवा राधा राव भारतीय खेल प्राधिकरण प्रशिक्षण केन्द्र राजनांदगांव,
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